
कवर्धा। छत्तीसगढ़ प्रशिक्षित डीएड-बीएड संघ के सैकड़ो बेरोजगार युवक युवती शिक्षक भर्ती समेत 7 सूत्रीय मांग को लेकर कवर्धा में एक दिवसीय धरना प्रदर्शन किया। प्रदर्शन के बाद प्रशासन को ज्ञापन सौंपने कलेक्टर कार्यालय पहुंचे प्रदर्शनकारियों को पुलिसकर्मी ने मुख्य गेट में ही रोक दिया गया जिससे आक्रोशित प्रदर्शनकारी शासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी कर मुख्यमंत्री के नाम प्रशासन को ज्ञापन सौंपा गया। संघ ने 15 सितंबर तक मांग पूरी नहीं होने पर राजधानी रायपुर में प्रदेशभर के लाखों कार्यकर्ताओं के साथ अनिश्चितकालीन आंदोलन और अनशन करने की चेतावनी दी है।

छत्तीसगढ़ डीएड-बीएड संघ के प्रदेश प्रवक्ता संजय खांडे ने बताया कि छत्तीसगढ़ की भाजपा सरकार ने अपने चुनावी जन घोषणा पत्र में छत्तीसगढ़ के 57 हजार शिक्षक भर्ती करने का वचन दिया था। इससे प्रभावित होकर सभी बेरोजगारों ने भारतीय जनता पार्टी के पक्ष में वोट किए और बीजेपी ने पूर्ण बहुमत के साथ छत्तीसगढ़ में सरकार बनाई। सरकार बनते ही विधानसभा के प्रथम सत्र में तत्कालीन शिक्षा मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने 33 हजार शिक्षक भर्ती की घोषणा की लेकिन आज दिनांक तक एक भी शिक्षक की भर्ती नहीं हुआ बल्कि सरकार ने शिक्षकों को भर्ती लेने बजाएं स्कूल बंद करने में लगी है, सरकार के इस रवैए से सभी संघ के लोग खुद को ठगा महसूस कर रहे हैं। सरकार इस ज्ञापन के माध्यम से जल्द ही उचित फैसला ले नहीं तो प्रदेशभर के सभी कार्यकर्ता राजधानी रायपुर में जाकर बड़ा आंदोलन करेंगे इसकी संपूर्ण जवाबदेही सरकार की होगी।
संघ की ये है प्रमुख मांग
- प्रदेश के स्कूलों में रिक्त 33 हजार शिक्षकों की भर्ती प्रक्रिया जल्द प्रारंभ करें जिसमें सभी संकाय व विषय का पद सम्मिलित हो।
- शिक्षक वर्ग 2 की नियुक्ति विषय आधार पर किया जाए।
- युक्तियुक्तकरण के नाम पर हजारों स्कूलों को बंद किए जाने का सरकार का फैसला स्थगित नहीं, उसे निरस्त किया जाए।
- स्कूल शिक्षा विभाग के 2008 के सेटअप को यथावत रखकर नई भर्तियों की कार्यवाही यथाशीघ्र पूर्ण किया जाए।
- आगामी शिक्षा भर्ती आरक्षित वर्ग को 5% की छूट प्रदान की जाए।
- प्रदेश के स्कूलों में छत्तीसगढ़ी में पीजी डिप्लोमाधारियों के लिए पद सृजित कर उनके पदों पर भी भर्ती की जाए।
- समय पर भर्ती न होने के कारण बहुत सारे डीएड-बीएड अभ्यर्थी ओवर हेज हो रहे हैं वह शिक्षक बनने के लिए अपात्र हो जाएंगे उन्हें उम्र में अतिरिक्त छूट प्रदान की जाए।