
भेड़ागढ़-बैगापारा जंगल में तीन हजार पेड़ों की अवैध कटाई, 18 दिन बाद भी कार्रवाई नहीं

कवर्धा | पंडरिया वन परिक्षेत्र अंतर्गत भेड़ागढ़ और बैगापारा के जंगलों में 7-8 अप्रैल की रात करीब 15 से 20 हेक्टेयर क्षेत्र में तीन हजार पेड़ों की अवैध कटाई की गई। इसमें दो हजार से अधिक नीलगिरी और लगभग एक हजार सागौन के पेड़ शामिल हैं। कटाई के 18 दिन बाद भी न तो कोई वन अपराध पंजीबद्ध हुआ है, न ही किसी तरह की कार्रवाई की गई है। पेड़ अब भी मौके पर कटे हुए पड़े हैं।
स्थानीय सूत्रों के अनुसार, इस कटाई में 20 से अधिक लोगों का समूह शामिल था। कटे हुए पेड़ों पर न तो मार्किंग की गई है, न ही हैमर लगाया गया है, जिससे तस्करों के हौसले और बढ़ गए हैं। क्षेत्र के वन विकास निगम के कक्ष क्रमांक 1467 और 1468 में यह घटना हुई, परंतु अब तक विभाग के अधिकारी मौके पर नहीं पहुंचे हैं।
बताया जा रहा है कि यह कटाई वन भूमि पर अतिक्रमण के उद्देश्य से की गई है। समतल भूमि पर पेड़ों को हटाकर खेती की जा रही है। इससे पहले माठपुर, गरगरा, जामुनपानी और रुखमी दादर में भी इसी प्रकार की अवैध कटाई हो चुकी है, लेकिन वहां भी कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई।
स्थानीय ग्रामीणों और पर्यावरण प्रेमियों ने इस उदासीनता पर चिंता जताई है और त्वरित जांच व कार्रवाई की मांग की है। विभागीय चुप्पी और संभावित मिलीभगत ने जंगलों के भविष्य पर बड़ा प्रश्नचिह्न खड़ा कर दिया है।