
कवर्धा जिंदा:- शासकीय प्राथमिक शाला जिंदा स्कुल गेट का ताला हि नही खुला साक्षर भारत परीक्षा में आये परिक्षारथी बिना परीक्षा के निराश हो कर लौटे।

हर घर शिक्षा घर घर शिक्षा का अभियान रहा फेल आपको जिंदा स्कूल में यह भी देखने को मिलेगा कि साक्षर भारत परीक्षा दिलाने आए गांव के ग्रामीण महिला पुरुष स्कूल के सामने घंटों इंतजार करते रह गए की प्राथमिक शाला अभी खुलेगा लेकिन उनका इंतजार करना रहा फेल। एक तरफ सरकार शिक्षा को मजबूत और सफल बनाने में लगी है।वहीं कवर्धा शिक्षा देने में असफल और उनमें बहुत बड़ी लाफरवाही दिखाई दे रही है। ग्राम जिंदा निवासी के द्वारा यह सूचना देकर अपनी गांव में हो रहे बड़ी लापरवाही से अवगत कराया। ग्रामीणों ने अधिकारी और प्राथमिक शाला के प्रधानपाठक के ऊपर नाराजगी दिखाई।