
कुमार सिंग माठले की रिपोर्ट
सहकारी पंप बना घरेलू पंप आश्रित ग्राम ऊपका में मंचा पानी के लिए हाहाकार गरीब आदिवासी झिरिया से पानी लाने के लिए हुए मजबूर , पानी के समस्या से घिरा पूरा गांव।
गांव के दबंग लोग कर रहे है अपने स्वार्थ के लिए सहकारी पंप का घरेलू उपयोग।
पंडरिया कुकदुर:- पंडरिया विकासखंड क्षेत्र ग्राम अंतर्गत ग्राम पंचायत दमगढ़ आश्रित ग्राम ऊपका में जितना भी सरकारी नल लगा हुआ है। उसमें ग्रामीण लोग अपने निजी उपयोग के लिए मोटर पंप नल में लगा कर उपयोग कर रहे हैं। जिसके कारण ग्रामवासियों को पानी के लिए बहुत परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। और कोसो दूर पानी के लिए भटक रहे है। क्योंकि वनांचल क्षेत्र में पहले से पानी का लेबल घटा हुआ है बहुत मशकत करने के बाद ग्रामीण बोरिंग से पानी भर पाते है। उसमे भी गांव के कुछ लोग बोर में मोटर पंप लगा कर परेशानी को और बड़ा कर रहे है। ग्रामवासियों को एक तो पानी पीने के लिए लाले पड़ रहे है। और कुछ दबंग व्यक्ति लोग अपने निजी स्वार्थ के कारण बोर में पंप लगा कर इस्तेमाल कर रहे है। लोगो के कहने से विवाद की स्थिति पैदा करते हैं जो कि गरीब आदिवासी क्षेत्र में रहने वाले लोग वाद विवाद न करने की स्थिति में कोसो दूर जाकर पानी ला कर अपना जीवन यापन कर रहे है ।
नेता ,अधिकारी बने आदिवासी लोगों के समस्या से अनजान
ग्रामीणों के द्वारा अधिकारी नेता और कई अन्य व्यक्तियों को यह जानकारी देते हुए अपनी समस्या से अवगत कराकर अपनी दुखी जीवन में खुशी लाने के लिए लोगों से हो रही समस्या के लिए मदद मांगी लेकिन उनके लिए कोई सामने खड़ा होकर उनकी इन समस्या को नहीं सुना गया । और वान्नचल क्षेत्र में रहने वाले ग्रामीण अपने इस समस्या को लेकर चुप्पी होकर अपना जीवन यापन कर रहे है।
पानी के लिए भटक रहे है ग्रामवासी क्या उनको सहकारी पंप से पानी पीने का अधिकार नहीं ।
जल जीवन मिशन ग्रामीणों के लिए वरदान था लेकिन यह मिशन वनांचल क्षेत्र के लिए फेल नजर आ रही है क्योंकि हमारे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा हर घर नल हर घर जल इस योजना को बहुत ही महत्वपूर्ण रूप से चालू किया गया था लेकिन यहां दूर वनांचल क्षेत्र में रहने वाले आज भी पानी के लिए कोसों दूर झिरिया से जाकर पानी लाकर अपने जीवन यापन कर रहे हैं। क्या यह योजना उनके लिए वरदान साबित नहीं होगी पंडरिया विधायक भावना बोहरा ने दूर वनांचल क्षेत्र में रहे वाले आदिवासी लोगों के लिए बहुत सारी ऐसी योजना से जुड़े हुए कुछ ऐसे काम किए हैं । जिसमें दूर दराज में रहने वाले वनांचल क्षेत्र के लोगों को किसी भी प्रकार की कोई समस्या ना हो और विकासखंड पंडरिया के अंतर्गत आश्रित ग्राम ऊपका में यह बहुत ही भयंकर समस्या दिखाई देने को मिल रही है। क्या ग्रामीणों को कुछ दबंग लोगों के कारण उनको यह समस्या से कोई निजात नहीं दिला सकता है। अब देखना यह है कि ग्रामीणों के साथ न्याय कब तक होता है ।